Last modified on 14 मई 2014, at 07:11

तू आभौ / संजय आचार्य वरुण

तूं एक आकास हो
मतलब आभो
घणो लांबो चवड़ो
अणूतो फैलाव लियोड़ो
जठीनै देखां
बठीनै तूं, फगत तूं
म्हैं थनैं देख देख’र
करतो अचूंभो
आज भी हुवै
घणो इचरज
कै इतरी बडी चीज नैं
बणावण वाळो
आप कितरो बडो हुसी
कुण जाणै....?