हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
तू देख बीबी राधिके! यह कैसे वर आये
चांद नहीं आए सूरज नहीं आये
हाथी के हौदे आहा हाथी के हौदे
ये तो आप सिरी किसन वर आये
सीस मुकट उनके सोहै मुख पे सोहै सेहरा
साथ में उनके चार दल आये
ढम ढम बजती बरात भी लाये
तू देख बीबी राधिके! यह कैसे वर आये