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तेर-मेर / ॠतुप्रिया

मिनख
इण चिंत्यां में
क्यूं रैवै बीमार

मर्यां पछै
सौ’ कीं त्यार

क$फन
कांधा देवणियां
अर लकड़्यां

सांस
बंद हुवण री है देर
फेर क्यूं करै
तेर-मेर।