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तोरा बिना / राधेश्याम चौधरी

तोरा सेॅ नजर मिलैलेॅ, कत्तेॅ दिन होय गेलै।
तोरोॅ खबर एैल्लेॅ कत्तेॅ दिन होय गेलै।।
तोरोॅ बिना हमरा चैन कहाँ छै।
आँखी मेॅ नींन एैलेॅ कत्तेॅ दिन होय गेलै।।
पियार रोॅ बात सामना मेॅ आबी केॅ करोॅ।
हाँसला सेॅ हमरा कत्ते दिन होय गेलै।।
नजर सेॅ नजर मिलैलां सेॅ कत्तेॅ दिन होय गेलै।
एक्केॅ नाम हरदम हमरोॅ दिलेॅ पुकारै छै।।
एक्कोॅ तिल बात कहाँ हुवेॅ पारै छै।
राधे-राधे जपतें कत्तेॅ दिन होय गेलै।।