थका-सा बदन है
नहीं पर शिकन है
तुम्हें क्या बताऊँ
मुहब्बत चुभन है
इसे लेके जाओ
ये मैला कफ़न है
मिलेगी इबादत
मेरी अंजुमन है
बहकना न छोड़ो
अभी तो चलन है
थका-सा बदन है
नहीं पर शिकन है
तुम्हें क्या बताऊँ
मुहब्बत चुभन है
इसे लेके जाओ
ये मैला कफ़न है
मिलेगी इबादत
मेरी अंजुमन है
बहकना न छोड़ो
अभी तो चलन है