पगां हेठै धरती है
माथै ऊपर आभो
च्यारूंमेर खुली हवा
हवा में
थारै हुवण री सोरम
कठैई आवूं-जावूं
म्हारै सागै थे
अबै म्हनै डर किण बात रो !
पगां हेठै धरती है
माथै ऊपर आभो
च्यारूंमेर खुली हवा
हवा में
थारै हुवण री सोरम
कठैई आवूं-जावूं
म्हारै सागै थे
अबै म्हनै डर किण बात रो !