मेरी सोई हुई माँ के चेहरे पर
किसीछिद्र से पड़ रहा है
थोड़ा-सा प्रकाश
हिल रही हैं उसकी पलकें
कौन कर रहा है इस अंधेरे में
सुबह की बात
मेरी सोई हुई माँ के चेहरे पर
किसीछिद्र से पड़ रहा है
थोड़ा-सा प्रकाश
हिल रही हैं उसकी पलकें
कौन कर रहा है इस अंधेरे में
सुबह की बात