दइया चाहुँ ओरी धानवाँ हरिहर, दइया चाहुँ ओरी।
हमरो विआहवा बाबा कइल कि नाहीं, कइल कि नाहीं।
तोहरो बिअहवा बेटी नान्है में कइलीं, बेटी तोहरो।
दइया चाहुँ ओरी धानवाँ हरिहर, दइया चाहुँ ओरी।
हमरो विआहवा बाबा कइल कि नाहीं, कइल कि नाहीं।
तोहरो बिअहवा बेटी नान्है में कइलीं, बेटी तोहरो।