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दर्द / ककबा करैए प्रेम / निशाकर


अहाँ
हमरा छोड़ि देलियै
दर्द
अपनयलक
दर्दकें हम
जोगा कऽ रखलियै
पोसलियै
दर्द पोसलक हमरा
एसगर
तन आ मनकें संग देलक।

दर्द
हमरा संसार तकबाक
टेबबाक
दृष्टि देलक
हिम्मति देलक
शक्ति बढ़यलक।