दसमाले ऊंचा है
बेगानापन
सड़कों
गलियों में टहले है
पहियों पर
बैठी खामोशी
कोरी आँखों में
लिखा हुआ है
टूटे हरफ़ों के मलबे का
बड़ा शहर है
अक्टूबर’ 77
दसमाले ऊंचा है
बेगानापन
सड़कों
गलियों में टहले है
पहियों पर
बैठी खामोशी
कोरी आँखों में
लिखा हुआ है
टूटे हरफ़ों के मलबे का
बड़ा शहर है
अक्टूबर’ 77