दिमाग़ी मरुस्थल
पौदे लगाने से नहीं जाता
रोग भीतर, ऊपरी उपचार
शुद्ध अवसरवाद का हथियार
इस तरह का
नाट्य-रूपक नहीं भाता
नींद की ये गोलियाँ हैं व्यर्थ
खोजना है ज़िन्दगी का अर्थ—
उठ ! बदलने को
समूचा बही-खाता
दिमाग़ी मरुस्थल
पौदे लगाने से नहीं जाता
रोग भीतर, ऊपरी उपचार
शुद्ध अवसरवाद का हथियार
इस तरह का
नाट्य-रूपक नहीं भाता
नींद की ये गोलियाँ हैं व्यर्थ
खोजना है ज़िन्दगी का अर्थ—
उठ ! बदलने को
समूचा बही-खाता