पलाश
खिल आए लालमलाल
गा रहा जंगल
दीपक राग
तन्मय
कोई जानेगा
सुलगता है जो
मेरे अँधेरे के हरे में
कहीं गहरे ?
—
9 अप्रैल, 2009
पलाश
खिल आए लालमलाल
गा रहा जंगल
दीपक राग
तन्मय
कोई जानेगा
सुलगता है जो
मेरे अँधेरे के हरे में
कहीं गहरे ?
—
9 अप्रैल, 2009