कभी वहाँ नहीं थीं दीवारें
जहाँ आज हैं ।
जहाँ आज हैं
कभी वहाँ नहीं होंगी दीवारें ।
दीवारें होती हैं
नहीं होने के लिए ।
रचनाकाल : नवम्बर 1992
कभी वहाँ नहीं थीं दीवारें
जहाँ आज हैं ।
जहाँ आज हैं
कभी वहाँ नहीं होंगी दीवारें ।
दीवारें होती हैं
नहीं होने के लिए ।
रचनाकाल : नवम्बर 1992