दुःखी भले इन्सान रहेंगे
जब तक बेईमान रहेंगे
घबराओ मत एक रात ही
बस घर में मेहमान रहेंगे
गाँवों में यूँ नगर बसे तो
कहाँ पेड़-मैदान रहेंगे
थम जायेंगे मगर हमेशा
चर्चा में तूफ़ान रहेंगे
सफ़र रहेगा आसां जब तक
दिल में कुछ अरमान रहेंगे
दुःखी भले इन्सान रहेंगे
जब तक बेईमान रहेंगे
घबराओ मत एक रात ही
बस घर में मेहमान रहेंगे
गाँवों में यूँ नगर बसे तो
कहाँ पेड़-मैदान रहेंगे
थम जायेंगे मगर हमेशा
चर्चा में तूफ़ान रहेंगे
सफ़र रहेगा आसां जब तक
दिल में कुछ अरमान रहेंगे