अपने रंग में रंग ली दुनिया
अपने रंग में रंग दी
मैं क्या करता
करता भी क्या
मेरा रंगरेज
छोड़ चुका धंधा पुश्तैनी
मेरा चित्रकार
गांव में रहता
कई दिनों से
बीमार पड़ा है ।
अपने रंग में रंग ली दुनिया
अपने रंग में रंग दी
मैं क्या करता
करता भी क्या
मेरा रंगरेज
छोड़ चुका धंधा पुश्तैनी
मेरा चित्रकार
गांव में रहता
कई दिनों से
बीमार पड़ा है ।