किसी का सिर
आ जाता है आड़े
किसी की टोपी
किसी का कंधा
पूरा-पूरा दिखाई नहीं पड़ता है गोरखधंधा
और पूछिए तो
एक अलग कहानी सुनाता है हर बंदा
फिर कहिए भी तो
क्या कहिए !
किसी का सिर
आ जाता है आड़े
किसी की टोपी
किसी का कंधा
पूरा-पूरा दिखाई नहीं पड़ता है गोरखधंधा
और पूछिए तो
एक अलग कहानी सुनाता है हर बंदा
फिर कहिए भी तो
क्या कहिए !