है
और नहीं है समय
शून्य में
और नहीं है तात्पर्य
समय का
द्वन्द्व के बगैर
न सृष्टि है
न समय
न कुछ
तात्पर्य बस यही है
रचनाकाल: २८-१२-१९६७
है
और नहीं है समय
शून्य में
और नहीं है तात्पर्य
समय का
द्वन्द्व के बगैर
न सृष्टि है
न समय
न कुछ
तात्पर्य बस यही है
रचनाकाल: २८-१२-१९६७