म्हूं चावूं
कै धरम करूं
पण
कियां करूं
स्यात
सांच बोलणौ
करदयूं सरू
सांच सूं बडौ धरम
काईं हुय सकै
स्यात नीं।
म्हूं चावूं
कै धरम करूं
पण
कियां करूं
स्यात
सांच बोलणौ
करदयूं सरू
सांच सूं बडौ धरम
काईं हुय सकै
स्यात नीं।