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धूप और चाँदनी / केदारनाथ अग्रवाल

दिन में खिलती है धूप
रात में चाँदनी
प्यार की छाँह में कामिनी
मेघ की बाँह में दामिनी

रचनाकाल: १३-०६-१९६१