Last modified on 23 जून 2017, at 10:42

नदी रोॅ किंछा / अशोक शुभदर्शी

हम्में समृद्ध करलेॅ छियै
आपनोॅ किनारा में बसलोॅ गाँव केॅ
आरोॅ गाँव के लोगोॅ केॅ
हुनकोॅ खेतोॅ केॅ पटावै छियै
घरोॅ केॅ अनाजोॅ सें भरै छियै

पूछोॅ हुनका सीनी सें
हम्में खरा उतरलोॅ छियै कि नै
हुनका सिनी केॅ किंछा पर

हुनका कहाँ मिललै
हमरोॅ सोतोॅ केॅ मिट्ठोॅ पानी सें जादा
मिट्ठोॅ पानी ?