नन्दन-वन की कोयल
आई हो गाँव में
जंगल से जंगल के बीच
दिये-सा आंगन
पास बुलाते तुमको
द्वार-दिये, घर-आंगन
डाल पर न बैठो
बंधन होंगे पाँव में
आई हो गाँव में
नन्दन-वन की कोयल
आई हो गाँव में
जंगल से जंगल के बीच
दिये-सा आंगन
पास बुलाते तुमको
द्वार-दिये, घर-आंगन
डाल पर न बैठो
बंधन होंगे पाँव में
आई हो गाँव में