राष्ट्र को तुझपर गर्व है।
प्रचंड बल, प्रचंड दल
काँपते धरा पटल, दहलते आकाश दल
शेर सा दहाड़, वज्र सा प्रहार
फौलाद में ढले, पर्वत से अड़े-खड़े
प्रबल दृढ़ शक्ति, प्रण है देश भक्ति का
प्रणय मातृभूभि, दंभ राष्ट्रध्वज है
नमन वीर सपूतों, राष्ट्र को तुझपर गर्व है।
प्रहरी सीमा पर अडिग बने, विकट कठोर बन डटे रहे
हुंकार दुश्मनों का खौफ, टंकार बाजुओं का रौब
विद्युत सी गति लिए, दुश्मनों के नाश का
कर्म देशप्रेम का, भीष्म प्रतिज्ञा हमारा राष्ट्र धर्म है
धर्म मानव प्रेम, भारत के संतान है
नमन वीर सपूतों, राष्ट्र को तुझपर गर्व है।
संकट विकट हो देश पर, अडिग हौसले लिए खड़े
धरती से गगन तक, बाज की नजर लिए
हथेलियों पे जान ले, रक्षक बने डटे रहे तत्पर
जान भी जाए तो, तिरंगों से लिपटे कफ़न रहे
तिरंगा की शान में, सर्वस्व जीवन अर्पण है
नमन वीर सपूतों, राष्ट्र को तुझपर गर्व है।