नवयुग के गान
रचनाकार | जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद' |
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प्रकाशक | विद्यामंदिर प्रकाशन, मुरार, ग्वालियर |
वर्ष | 1942 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | गीत |
पृष्ठ | 115 |
ISBN | |
विविध | प्रथम संस्करण |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- नवयुग का कलाकार / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- संपत्तिवाद / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- श्रमजीवी / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- नवजीवन / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- शोषितों का गान / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- यौवन / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- सीमित से असीम की ओर / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- विनाश की वेदना / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- बलि पथ पर / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- सजन प्रलय / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- अब कहाँ स्वच्छंद जीवन / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- साम्राज्यवाद / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- तानाशाह / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- पथ-प्रदर्शक / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- वह इंगित / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- जन जागरण / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- नवीना / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- क्रांतिकारी / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- परीक्षा / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- नवनिर्माण / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- हल कर्षण / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- नवयुग का साधक / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- युग पुरुष / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- दीपक / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- बंदी / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- मानव / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- युग संधि पर / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- असमाप्त साधना / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- अगले कल के मानव से / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- नवयुग वसंत / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- शहीदों की स्मृति में / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- कला और क्रांति / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'
- मानवता की चिता पर / जगन्नाथप्रसाद 'मिलिंद'