कंकर फेंका तुमने
छपाक!
और
विलीन हो गया वह
नहर के पानी में,
आश्चर्य क्यों ?
यह तो अभ्यास था
उसका
लपकने का फूलों को।
कंकर फेंका तुमने
छपाक!
और
विलीन हो गया वह
नहर के पानी में,
आश्चर्य क्यों ?
यह तो अभ्यास था
उसका
लपकने का फूलों को।