किसी मधु-गन्धिका के
प्यार की ऊष्मा-किरण
मुझको
छुए तो --
मोम हूँ !
किसी मुग्धा
चकोरी के
अबोध
अधीर
भटके
दो नयन
मुझ पर
पड़ें तो --
सोम हूँ !
किसी मधु-गन्धिका के
प्यार की ऊष्मा-किरण
मुझको
छुए तो --
मोम हूँ !
किसी मुग्धा
चकोरी के
अबोध
अधीर
भटके
दो नयन
मुझ पर
पड़ें तो --
सोम हूँ !