जन्म- 31-10-1963
जन्म स्थान : ग्राम देवटा, सिकन्दराबाद, बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश, भारत।
माँ- श्रीमती अनसुइया देवी
पिता- स्व॰ श्री कान्ती प्रसाद शर्मा
शिक्षा- बी. ई . सिविल इंजीनियरिंग ,एम.ए.(हिन्दी)
प्रकाशन-
सन् 1979 से देश के लगभग सभी महत्वपूर्ण साहित्यिक, व्यावसायिक(70 से अधिक) पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन हुआ।
निम्न संकलनों में संकलित-
(१) नवीनतम हिन्दी ग़ज़लें
(२) रंगारंग मुशायरा
(३) सबरंग
(४) लोकप्रिय हिन्दी ग़ज़लें
(५) हिन्दी की चर्चित ग़ज़लें
(६) साद्रश्य
(७) गाजियाबाद के साहित्यकार
(८) नई सदी के प्रतिनिधि ग़ज़लकार
(९) ग़ज़ल से ग़ज़ल तक
(१०) ख़ूबसूरत ग़ज़लें
(११)नया ज़माना नई ग़ज़लें
(१२) बेमिसाल ग़ज़लें
(१३) ग़ज़लें हिन्दुस्तानी
(१४) शे`र ही
(१५) चुने हुए शे`र
(१६) रंगा रंग दोहे
(१७) हाइकु-१९९९
(१८) ग़ज़ल यात्रा -२
(१९) ग़ज़ल... दुष्यंत के बाद
(२० ) आधुनिक ग़ज़लें
मौलिक संग्रह
- दूरियों के दिन, ISBN 81- 86694-13-7 (प्रथम संस्करण-1992, द्वितीय संस्करण 2000)
- सितम की उम्र छोटी है, ISBN 81- 86694-01-3 (प्रथम संस्करण-1996, चतुर्थ संस्करण 2005)
- वो ज़माने अब कहाँ ISBN 81- 86694-11-0 (प्रथम संस्करण-2000, द्वितीय संस्करण 2004)
- हम कहाँ हैं ISBN 81- 86694-28-5 (प्रथम संस्करण -2006)
- अगर साथ दो ISBN 81- 86694-31-5 (प्रथम संस्करण -2006)
संपादित व चयनित संग्रह- कुल 8
- हिन्दी के तीन ग़जलकारों के पृथक-पृथक संग्रह ,
- डा .कुंअर बेचैन की चुनी हुई ग़ज़लें
- डा.उर्मिलेश की चुनी हुई ग़ज़लें
- डा.शिव ओम अम्बर की चुनी हुई ग़ज़लें
एवं
- ख़ूबसूरत ग़जलें (देश के उदीयमान एवं स्थापित कवियों ,शायरों की ग़ज़लें )
- बेमिसाल ग़जलें (देश के उदीयमान एवं स्थापित कवियों ,शायरों की ग़ज़लें )
- आधुनिक ग़ज़लें (देश के उदीयमान एवं स्थापित कवियों ,शायरों की ग़ज़लें )
- दीवान -ए- ग़ालिब (मिर्ज़ा ग़ालिब की आसान ग़ज़लें )
- दाग़ की ग़ज़लें (दाग़ देहलवी की ग़ज़लें )
प्रसारण-
- आकाशवाणी दिल्ली के युववाणी कार्यक्रम में (1979 से 1995 तक)
- आकाशवाणी दिल्ली के कार्यक्रम 'स्वर बेला' एवं 'साहित्यिकी' में काव्यपाठ
- आकाशवाणी लखनऊ के कार्यक्रम 'गीत माधुरी' में काव्यपाठ
- आकाशवाणी दिल्ली की विदेश प्रसारण सेवा में काव्यपाठ
- आकाशवाणी आगरा के कार्यक्रम में काव्यपाठ
- आकाशवाणी मुम्बई के कार्यक्रम में काव्यपाठ
- आकाशवाणी मुम्बई द्वारा आयोजित स्वाधीनता की स्वर्ण जयन्ती पर आयोजित कवि-सम्मेलन में भी काव्यपाठ
- अनेक टी वी चैनल्स पर भी काव्य-पाठ
- भारत के अनेक शहरों में कवि सम्मलेन एवं मुशायरे में काव्य-पाठ
- तेरी चाहत म्यूजिक अल्बम के गीत लिखे ,
- कुछ और अल्बम के गीत लेखन का कार्य चल रहा है ,
- एक फिल्म भी निर्माणाधीन हैं जिसके लिए गीत लेखन का कार्य किया है
- साहित्य सेवा में रत तथा निर्माण कार्यों में भी बतौर इंजिनियर ,सम्बद्ध