साप्ताहिक व्यंग्य स्तम्भ लेखन– दास मलूका कह गए (1990-91, प्रभात खबर)
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं–दोआबा, पाखी, हंस, वागर्थ, व्यंग्य यात्रा, गर्भनाल, सबलोग, धर्मयुग, वर्तमान साहित्य, प्रभात खबर, आज, हस्ताक्षर वेब पत्रिका इत्यादि में-कहानी, कविता और व्यंग्य रचनाएँ इत्यादि प्रकाशित।
कविता संग्रह- मेरे मन का शहर
व्यंग्य संग्रह- पचहत्तर वाली भिण्डी
संपादित कविता संग्रह– दस्तक (शृंखला की दूसरी किताब)
संपादित संस्मरण संग्रह– यह, वह प्रदेश तो नहीं
विभिन्न संग्रहों में रचनाएँ संकलित– 251 श्रेष्ठ व्यंग्यकार (अंतर्राष्ट्रीय व्यंग्य संग्रह) , राम काव्य पीयूष (अंतर्राष्ट्रीय कविता संग्रह) , कृष्ण काव्य पीयूष (अंतर्राष्ट्रीय कविता संग्रह) , दर्पण (लघुकथा) , विचार सरणि (निबंध) , विसंगतियों के व्यूह में (कहानी) , यादों के झरोखों से (यात्रा संस्मरण) , स्त्री लेखन: स्त्री दृष्टि (समीक्षा)
प्रतिष्ठित पटल 'साहित्योदय' पर साक्षात्कार शृंखला के तहत अबतक लगभग 40 लेखकों के साक्षात्कार
नूपुर अशोक की व्यंग्य रचनाओं को पॉडकास्ट के रूप में spotify तथा कई अन्य प्लैटफ़ार्म पर सुना जा सकता है।
लेखन के अलावा इनकी रुचि चित्रकला में भी है। इनके चित्रों की प्रदर्शनी अकादमी ऑफ फाइन आर्ट्स कोलकाता में हो चुकी है। इनके बनाए हुए चित्र देश और विदेश के प्रशंसकों द्वारा सराहे गए हैं।
आकाशवाणी पर ये 1984 से 2004 तक एक प्रसिद्ध प्रस्तुतकर्ता रह चुकी हैं। 2004 से ये सॉफ्ट स्किल ट्रेनर के रूप में कार्यरत हैं जिसके तहत उन्होने देश विदेश के प्रतिभागियों को उनके व्यक्तित्व एवं कार्यकुशलता को निखारने में सहायता की है।