भाय-भाय छै
खूनोॅ रोॅ पियासलोॅ
यहै समाज ।
बात बनावै
सबकेॅ दिलाशा दै
आयकोॅ नेता ।
अपहरण
सीता के होलोॅ छेलै
रावण-वध ।
भाईचारा के
हिन्दू-मुसलमान
संबंध हुएॅ ।
चादर तानी
शासक सुतलोॅ छै
सर्वत्रा भय ।
भाय-भाय छै
खूनोॅ रोॅ पियासलोॅ
यहै समाज ।
बात बनावै
सबकेॅ दिलाशा दै
आयकोॅ नेता ।
अपहरण
सीता के होलोॅ छेलै
रावण-वध ।
भाईचारा के
हिन्दू-मुसलमान
संबंध हुएॅ ।
चादर तानी
शासक सुतलोॅ छै
सर्वत्रा भय ।