Last modified on 8 जुलाई 2017, at 16:39

नेम-कायदा : दोय / ॠतुप्रिया

मा घणकरी सी बार
तंदरुस्त नीं रैवै
तद भी
निभावै नेम-काइदा
न्हा’र ढाळै गडियौ
सूरज जी नै
अर पाणी सींचै
तुळछी में

पछै बड़ै रसोई में
अर
गा-कुत्तै सारू
बणावै अेक-अेक रोटी

मिंदर में
ठाकुर जी
अर पीतर जी रै भी
अेक-अेक रोटी साथै
घी-खांड रौ
लगावै भोग

मा बतावै
कै भौत जरूरी है
अै नेम-काइदा
घर में बरकत सारू।