नैरंगे-मुकाफात से ये जाना है
खोना ही फ़क़ीरों के लिए पाना है
इस्बात का पहलू जो नफ़ी में है निहां
कब जानने वालों ने भी पहचाना है।
नैरंगे-मुकाफात से ये जाना है
खोना ही फ़क़ीरों के लिए पाना है
इस्बात का पहलू जो नफ़ी में है निहां
कब जानने वालों ने भी पहचाना है।