कोयल नें
कोयली सें कहलकै
जेकरा घर पड़ेेॅ उपास
ऊ भी/हजार-पाँच सौ के
नोट लैके भंजाय रहल रहै
कभी दूसरा के/कभी अपना खाता में
जमा कैरके होय गेलै मालामाल।
कोयल नें
कोयली सें कहलकै
जेकरा घर पड़ेेॅ उपास
ऊ भी/हजार-पाँच सौ के
नोट लैके भंजाय रहल रहै
कभी दूसरा के/कभी अपना खाता में
जमा कैरके होय गेलै मालामाल।