Last modified on 9 सितम्बर 2017, at 19:04

नोटबंदी-1 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

कोयल नें
कोयली सें कहलकै
जेकरा घर पड़ेेॅ उपास
ऊ भी/हजार-पाँच सौ के
नोट लैके भंजाय रहल रहै
कभी दूसरा के/कभी अपना खाता में
जमा कैरके होय गेलै मालामाल।