उलझे-उलझे बाल हैं।
लाल टमाटर गाल हैं।
मम्मी की गोदी चढ़ने को
मुन्ने जी बेहाल हैं।
मोटर फेंकी दूर है।
बिस्कुट चकनाचूर है।
मचल रहे, पर चोट न खाएँ,
इतना ध्यान जरूर है,।
सुबह, दोपहर, शाम के।
दिन के सारे काम के।
मम्मी-पापा दोनों इनके
नौकर हैं बिन दाम के।