‘न आदमी है
न आदमी का बच्चा
क्लर्क है
सुअर का बच्चा’।
ऐसा कहा
अफसर ने
चैम्बर में
-अपनी देह देखते हुए-
और हँस पड़ा
रचनाकाल: १८-०१-१९६८
‘न आदमी है
न आदमी का बच्चा
क्लर्क है
सुअर का बच्चा’।
ऐसा कहा
अफसर ने
चैम्बर में
-अपनी देह देखते हुए-
और हँस पड़ा
रचनाकाल: १८-०१-१९६८