पग न तू पीछे हटा, आ वक़्त से मुठभेड़ कर
हाथ में पतवार ले, तूफ़ान से बिल्कुल न डर
क्या हुआ जो चल न पाए, लोग तेरे साथ में
तू अकेले ही कदम, आगे बढ़ा होके निडर
ज़िन्दगी है बेवफ़ा, ये बात तू भी जान ले
अंत तो होगा यक़ीनन, मौत से पहले न मर
बांध लो सर पे कफ़न, ये जंग खुशहाली की है
क्रान्ति पथ पे बढ़ चलो अब, बढ़ चलो होके निडर