Last modified on 10 अप्रैल 2012, at 17:01

पत्र और ग्रिटिंग / नासिर अहमद सिकंदर


हम पत्रों पर करते विश्वास
मां का पत्र
पिता का पत्र
भाई का पत्र
बहन का पत्र
पत्र
मित्रों और
रिश्तेदारों का
हम
पत्रों पर करते विश्वास
क्योंकि पत्रों के शब्दों में
होती आत्मीयता
लिखावट से पता चलती
प्रेषक की तन्मयता-तल्लीनता
यहाँ तक कि
इसमें ही झलकता
लिखने वाले का चेहरा
सुख का
दुख का
आर्चीज !
हमारी संवेदना का
हरण किया तुमने !