पसुवां रौ
गोबर-मूत
भारै आदमी
क्यूंकै
बां रै
हाथ कोनी
दिमाग कोनी
आदमी रौ
गू-मूत भारै आदमी
क्यूंकै
हाथ अर दिमाग आळा
पसु ई मौकळा है अठै।
पसुवां रौ
गोबर-मूत
भारै आदमी
क्यूंकै
बां रै
हाथ कोनी
दिमाग कोनी
आदमी रौ
गू-मूत भारै आदमी
क्यूंकै
हाथ अर दिमाग आळा
पसु ई मौकळा है अठै।