कौन गिन सकता है भला
पहाड़ियों के कण, उनकी घास,
उनके पेड़, उनकी पत्तियाँ,
उनके पत्थर !
पर सबकी गिनती है पहाड़ियों के
पास !
वे उलाहना देती हैं जब
कम हो जाती है,
इनमें से कोई भी चीज़ !
कौन गिन सकता है भला
पहाड़ियों के कण, उनकी घास,
उनके पेड़, उनकी पत्तियाँ,
उनके पत्थर !
पर सबकी गिनती है पहाड़ियों के
पास !
वे उलाहना देती हैं जब
कम हो जाती है,
इनमें से कोई भी चीज़ !