यहाँ से वहाँ
विराट आलस में बिछा
महान अजगर
करवट तक नहीं लेता वह
गले में बाँह डाल
पहाड़ से लिपट लटक
क्या करता बादल!
रचनाकाल : 25.02.1984
यहाँ से वहाँ
विराट आलस में बिछा
महान अजगर
करवट तक नहीं लेता वह
गले में बाँह डाल
पहाड़ से लिपट लटक
क्या करता बादल!
रचनाकाल : 25.02.1984