रेत में
तलाश करते पानी के सोते
पूरी हो जाती है उमर
जब सी सोते में
धकेल देता है कोई
मिल जाता है पानी
पूरी हो जाती है तलाश
हाथ आ जाती है गहराई अपनी
यह एहसास
नहीं होता तो अच्छा था
तलाश चलती रहती
उम्र पूरी भी होती, सहानुभूति तो मिलती।
रेत में
तलाश करते पानी के सोते
पूरी हो जाती है उमर
जब सी सोते में
धकेल देता है कोई
मिल जाता है पानी
पूरी हो जाती है तलाश
हाथ आ जाती है गहराई अपनी
यह एहसास
नहीं होता तो अच्छा था
तलाश चलती रहती
उम्र पूरी भी होती, सहानुभूति तो मिलती।