गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 9 जुलाई 2017, at 18:15
पारखी टीप / मदन गोपाल लढ़ा
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
मदन गोपाल लढ़ा
»
चीकणा दिन
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
म्हारै कवि-जूण री
सै सूं सांतरी कविता नैं
सरायी बां
आपरी पारखी टीप सूं-
'बड़ा बातेरी हो...!'