सींग टूट जाने की
प्रार्थना को जीता साँड़
खन्दक में गिर गया !
उसके प्रतिद्वन्दी ने
मुँह घुमा लिया !
अब तो
रक्त-स्राव ओढ़े
रौंदी ज़मीन भर शेष है !
(1965)
सींग टूट जाने की
प्रार्थना को जीता साँड़
खन्दक में गिर गया !
उसके प्रतिद्वन्दी ने
मुँह घुमा लिया !
अब तो
रक्त-स्राव ओढ़े
रौंदी ज़मीन भर शेष है !
(1965)