हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
पिया भरती मैं होले ना पट्टजा छतरापन का तोल
जरमन में जाके लड़िए अपने मां बापां का नां करिए
तैं तोपां के आगे अड़िए अपणी छाती ने दे खोल
पिया भरती में होले ना पट्टजा छतरापन का तोल
पिया भरती मैं होले ना पट्टजा छतरापन का तोल
जरमन में जाके लड़िए अपने मां बापां का नां करिए
तैं तोपां के आगे अड़िए अपणी छाती ने दे खोल
पिया भरती में होले ना पट्टजा छतरापन का तोल