किसी भयानक दीदों वाले देवदूत-सा
बिछवन के ही आस-पास से मैं प्रकटूंगा
तैर तुम्हारी ओर बढ़ूंगा, आहिस्ते से
घन अंधियारे किसी छोर से अमा निशा के;
ठंडे चांद सरीखा मेरा तुम्हें चूमना
श्याम सलोनी तुमको देगा अवश मूर्छना
और तुम्हें मैं दूंगा कुछ ऐसी चुमकारें,
चक्कर मार सर्प धँसता ज्यों क़ब्र दरारें,
भोर प्रात-किरणों का जब तक होगा आना
हटा रहूंगा मैं कि तुम्हारा छोड़ बिछौना
सूना घना, उदास, रात जब तक फिर आए;
सभी प्यार करते दुलार की रीतें जानी
किन्तु तुम्हारी हथियाये मैं भरी जवानी
भोगूंगा राज करूंगा तुम पर भय के साये !
अंग्रेज़ी से अनुवाद : रामबहादुर सिंह 'मुक्त'