Last modified on 19 मई 2014, at 20:29

पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से वह मेरे / ग़ालिब

पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से वह मेरे
कंधा भी कहारों को बदलने नहीं देते