संसार की समस्त पुस्तकें
नहीं देतीं तुम्हें कोई ख़ुशी
लेकिन वे सिखाती हैं रहस्य
ख़ुद में लौट जाने का ।
वहाँ है वह सब जो तुम्हें चाहिए
सूर्य, तारे और चाँद
क्योंकि प्रकाश, जो तुम माँगते हो
वह तुम्हारे अन्दर बसता है ।।
बुद्धि, जिसे तुम बहुत समय से ढूँढ़ रहे हो
पुस्तकालयों में
आभा जो हर पन्ने से निकलती है
अभी के लिए वह तुम्हारी ही है ।।
मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : प्रतिभा उपाध्याय