अपने उस अकेलेपन को
जो भय और साहस के बीच
कभी कभी
वहाँ मिला करता है जहाँ
कोई जीवित मित्र आ नहीं पाता
सिर्फ़ उनकी याद आ सकती है
जो ठीक उसी जगह मारे गए थे
अपने उस अकेलेपन को
जो भय और साहस के बीच
कभी कभी
वहाँ मिला करता है जहाँ
कोई जीवित मित्र आ नहीं पाता
सिर्फ़ उनकी याद आ सकती है
जो ठीक उसी जगह मारे गए थे