मैं बुढ़ापे का पूर्वाभ्यास कर रही हूँ,
अकेलेपन,
ग़रीबी,
बहिष्कृत किए जाने का,
मुफ़लिसी,
और न होने का पूर्वाभ्यास.
मैं अन्धेपन का पूर्वाभ्यास कर रही हूँ,
अन्त के अन्त का ।
आख़िरकार
किसी भी चीज़ का भय नहीं रहता.
भय, मत खरोंचो मेरी रातों को,
अपने सपनों जैसा बनाने उन्हें ।
दुख के अनुभव,
सोने की धातु को बह जाने दो
हस्ती की नदी से ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : तेजी ग्रोवर