बुद्ध चौबीस वर्षों बाद
फिर हँसा
पाँच ठहाकों ने फेर दीं
दुनिया की नज़रें
सारनाथ की वह सभा
पीढ़ियों बाद अपने उपदेशक से
जानना चाहती है
बोधिवृक्ष की जड़ें कहाँ हैं ?
बुद्ध चौबीस वर्षों बाद
फिर हँसा
पाँच ठहाकों ने फेर दीं
दुनिया की नज़रें
सारनाथ की वह सभा
पीढ़ियों बाद अपने उपदेशक से
जानना चाहती है
बोधिवृक्ष की जड़ें कहाँ हैं ?