प्यार में
उत्कण्ठा ढूँढता पुरुष
बेलौस
एक मुश्त विस्फोट
आश्वस्ति चाहती
अंग-अंग को
भीख का कटोरा करती
नकार पर झड़ती
स्वीकार पर खिलती
ज़रा-ज़रा कहती
ज़रा-ज़रा रिसती औरत
प्यार में
उत्कण्ठा ढूँढता पुरुष
बेलौस
एक मुश्त विस्फोट
आश्वस्ति चाहती
अंग-अंग को
भीख का कटोरा करती
नकार पर झड़ती
स्वीकार पर खिलती
ज़रा-ज़रा कहती
ज़रा-ज़रा रिसती औरत