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प्यार में अक्सर / सुनीता शानू

प्यार में अक्सर दिल बेचैन होता है
किसी की याद में दिल का चैन खोता है।

एक अकुलाहट, बेताबी सी रह्ती है सीने में
एक झुंझलाहट, छ्टपटाहट रहती है जीने में
व्याकुल तन-मन इस कदर अधीर होता है
किसी की याद में दिल का चैन खोता है।

एक रौला, एक हलचल में, होंठ खुले रह जाते हैं
बिन बोले ही बात अधूरी सी कह जाते हैं
बेचैन निगाहों में आसुँओं का सैलाब होता है
किसी की याद में दिल का चैन खोता है।

बन्द पिंजर में पंछी सा मन फड़फड़ाता है
चलते-चलते पथिक राह तक भूल जाता है,
इन्तजार, बेताबी में तिलमिलाना बहुत होता है,
किसी की याद में दिल का चैन खोता है।